लेखक पं. विद्यानन्द झा के सम्मानित करैत कुलपति डाॅ देव नारायण झा |
- लेखकीय अवदानक लेल पंडित विद्यानन्द झा के विद्यासागर मानद उपाधि
- समाज सुधार मे रचनात्मक लेखनक अहम योगदान: डाॅ देव नारायण झा
- ‘प्राचीन भारत की आदर्ष नारियाँ’ पोथीक भेल लोकार्पण
- अरुण पाठक
झारखंड (बोकारो): समाज सुधार मे रचनात्मक लेखनक अहम योगदान होईत अछि। समाज के सकारात्मक दिषा देबऽ मे साहित्य, संगीत, कला, संस्कृतिक विषिश्ट महत्त्व अछि। ई बात कामेष्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विष्वविद्यालय के कुलपति डाॅ. देव नारायण झा बोकारो मे आयोजित सम्मान सह पुस्तक लोकार्पण समारोह के बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करैत कहलनि। श्री झा कहलनि जे भारतीय संस्कृति, संस्कृत एवं साहित्य के द्वारा भारतक सुख समृद्धि-षान्ति एवं सर्वांगीण विकास सम्भव अछि। साहित्य के प्रचार-प्रसार आ’ विद्वान रचनाकारसभक सम्मानक लेल भारत सरकार, राज्य सरकार सहित समाजक प्रबुद्ध वर्ग द्वारा सेहो प्रयास कएल जयबाक चाही। विक्रमषिला हिन्दी विद्यापीठ भागलपुर बिहार द्वारा राश्ट्रीय संस्कृत प्रसार परिशद्, बोकारो एवं सरोज साहित्य प्रकाषन, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान मे बोकारो के सेक्टर 6 स्थित आर्य समाज ऋशि भवन मे सारस्वत सम्मान समारोह-2014 तथा ‘प्राचीन भारत की आदर्ष नारियाँ’ पोथीक लोकार्पण समारोह संयुक्त रूप सँ आयोजित कएल गेल। कार्यक्रमक षुभारम्भ वैदिक मंत्रोच्चारक बीच मुख्य अतिथि कुलपति, डाॅ. देव नारायण झा, विषिश्ट अतिथि कुलसचिव, विक्रम षिला हिन्दी विद्यापीठ भागलपुर डाॅ॰ देवेन्द्र नाथ साह, बीएसएलक सीईओ अनुतोश मैत्रा, महिला समिति बोकारोक अध्यक्ष श्रीमती मंजुला मैत्रा, वरिश्ठ साहित्यकार पं. विद्यानन्द झा, सरोज साहित्य प्रकाषनक निदेषिका श्रीमती सरोज झा, सीआईएसएफ केे डीआईजी विनयतोश मिश्र दीप प्रज्जवलित कऽ केलनि। एहि अवसर पर जीजीपीएस चास के बच्चासभ स्वागत गीत तथा डीपीएस के छात्रा तृशा श्रेयसी मंगला चरण पर भाव नृत्य तथा क्षिति आरुशि गुुरु वंदना पर भाव नृत्यक मनोहारी प्रस्तुति कय सभकें प्रभावित कयलनि। आगत जनसभक परिचयात्मक स्वागत परिचय करओलनि वरीय अधिवक्ता श्रीमती ममता मिश्रा।
विषिश्ट अतिथि देवेन्द्र नाथ साह सारस्वत सम्मान-2014 के संदर्भ मे प्रकाष दैत कहलनि जे हिन्दी-संस्कृत-साहित्य एवं कला के क्षेत्र मे उत्कृश्ट उपलब्धि एवं जनहितकारी रचनासभ लेल विषिश्ट विद्वानसभकें ‘विद्या सागर’ के मानद उपाधि प्रदान कएल जाईत अछि। एहि समारोह मे विभिन्न दर्जनों पोथीक लेखक पं. विद्यानन्द झा के विक्रमषिला हिन्दी विद्यापीठ भागलपुर द्वारा विद्या सागर के मानद उपाधि सँ अलंकृत कएल गेल। एहि अवसर पर पं. विद्यानन्द झा के पोथी ‘प्राचीन भारत की आदर्ष नारियाँ’ के लोकार्पण सेहो अतिथिगण कयलनि। विद्या सागर के मानद उपाधि सँ विभूशित पं. विद्यानन्द झा अपन उद्गार व्यक्त करैत मुख्य अतिथि कुलपति, डाॅ. देव नारायण झा एवं विषिश्ट अतिथि कुलसचिव देवेन्द्र नाथ साह सहित समारोह मे आयल आगत जनसभक हार्दिक अभिनन्दन करैत हुनकासभक प्रति आभार व्यक्त कयलनि। पं. झा कहलनि जे सृजनात्मक आ’ प्रभावी लेखन के माध्यम सँ समाज के नव दिषा दल जा सकैत अछि। ओ नारी सषक्तिकरण एवं षिक्षा पर विषेश बल देबाक जरूरति सेहो बतओलनि।
समारोह मे मुख्य अतिथि, विषिश्ट अतिथि तथा अति सम्माननीय अतिथिसभकें पाग, षाॅल, मखानमाला एवं अभिनंदन पत्र भेंट कय सम्मानित कएल गेल। सम्मानित होमयवलासभ मे मुख्य अतिथि डाॅ. देव नारायण झा, विषिश्ट अतिथि डाॅ. देवेन्द्र नाथ साह, बीएसएलक सीईओ अनुतोश मैत्रा, श्रीमती मंजुला मैत्रा, पं. विद्यानन्द झा, श्रीमती सरोज झा, डाॅ. विद्यानाथ झा ‘विदित’, ई नमोनाथ झा, कमलाकान्त झा, मनीश कुमार झा, डाॅ. जंग बहादुर पाण्डेय, रामाधार झा षामिल छलाह। एहि अवसर पर राश्ट्रीय संस्कृत प्रसार परिशद बोकारो के सौजन्य सँ सहसंयोजक षषिभूशण त्रिपाठी द्वारा मुख्य अतिथि डाॅ॰ देव नारायण झा के महाकवि कालिदास संस्कृतरत्न सम्मान 2014 एवं विषिश्ट अतिथि डाॅ॰ देवेन्द्र नाथ साह के कुलगुरु वषिश्ठ संस्कृतरत्न सम्मान 2014 प्रदान कएल गेल। मंच संचालन डाॅ॰ बलराम दूबे तथा धन्यवाद ज्ञापन राश्ट्रीय संस्कृत प्रसार परिशद् के संरक्षक रामाधार झा कयलनि।