साहित्यलोक’क मासिक रचनागोष्ठी आयोजित
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साहित्यलोक’क रचनागोष्ठी मे उपस्थित साहित्यकार |
- अरुण पाठक
झारखंड (बोकारो)। प्रखर साहित्यिक संस्था ‘साहित्यलोक’क मासिक रचनागोष्ठी शिक्षक व साहित्यकार संजय झा के सेक्टर 2ए स्थित आवास पर रविदिनक साँझ मे आयोजित भेल। वरिष्ठ साहित्यकार गिरिजा नंद झा ‘अर्धनारीश्वर’क अध्यक्षता आ’ वरिष्ठ शिक्षाविद् व साहित्यलोकक संस्थापक महासचिव तुला नंद मिश्रक संचालन मे आयोजित एहि रचनागोष्ठीक शुरुआत कवि भुटकुन झा सरस्वती वंदना सुनाकऽ कयलनि। तकरबाद ओ मैथिली मे ‘ओ वाणी मूक भऽ गेल’ कविता सुनाकऽ सभहक वाहवाही लेलनि। साहित्यकार सतीश चंद्र झा मैथिली कविता ‘तूरक फाहा’ व कथा ‘ओझरायल जाल’ मे सामाजिक ताना-बाना के बहुत रोचक ढंग सँ रेखांकित कयलनि। उदीयमान रचनाकार आकांक्षा हिन्दी कहानी ‘व्यथा’ सुनाकऽ सभहक ध्यान आकृष्ट कयलनि। साहित्यकार हरि मोहन झा मैथिली कविता ‘घर जखन छोट छल’ सुनाकऽ बदलैत परिवेश के उजागर कयलनि। अमन कुमार झा मार्मिक लघुकथा ‘अबोध’क पाठ कय मानवीय संवेदनाक संुदर चित्रण प्रस्तुत कयलनि। महाकवि दया कान्त झा विभिन्न सामाजिक पक्ष के उजागर करैत तीनटा मैथिली कविता ‘साहित्य आ’ युक्ति’, ‘जान बचत तऽ लाख उपाय’ व ‘लोक आ’ संस्कृति’क पाठ कय सभहक प्रशंसा पओलनि। अध्यक्षीय रचनापाठ करैत गिरिजा नंद झा ‘अर्धनारीश्वर’ मैथिली कथा ‘कहबा लेल’ सुनाकऽ सभकें प्रभावित कयलनि। पठित रचनासभ पर समीक्षा टिप्पणी तुलानंद मिश्र, गिरिजा नंद झा ‘अर्धनारीश्वर’, चन्द्र कान्त मिश्र, हरि मोहन झा, सतीश चंद्र झा, संजय झा व अरुण पाठक देलनि।