साहित्यकार कुमार मनीष अरविन्द के विदाई दैत साहित्यलोक सँ जुड़ल साहित्यकार |
- अरुण पाठक
झारखंड (बोकारो): प्रखर मैथिली साहित्यिक संस्था ‘साहित्यलोक’क मासिक रचनागोष्ठी सेक्टर 5 मे डाॅ सन्तोष कुमार झाक अध्यक्षता व ‘साहित्यलोक’क संस्थापक महासचिव तुलानन्द मिश्र के संचालन मे आयोजित भेल। एहि रचनागोष्ठी मे यशस्वी साहित्यकार व निवर्तमान डीएफओ बोकारो कुमार मनीष अरविन्द के भावभीनी विदाई देल गेल। श्री मनीष अरविन्द के रांची स्थानांतरण के बाद हुनक सम्मान मे एहि गोष्ठीक आयोजन कएल गेल। गोष्ठी मे श्री मनीष अरविन्दक साहित्यिक, प्रशासनिक व सामाजिक अवदानक चर्चा करैत साहित्यकारसभ हुनक उज्ज्वल भविष्य हेतु शुभकामना देलनि। वक्तासभ श्री मनीष अरविन्दक साहित्यक अवदानक चर्चा करैत कहलनि जे हुनक रचनासभ मे सामाजिक परिवेश, मानवीय संवेदनाक सहज व सशक्त चित्रण सभकें आकर्षित करैत अछि। साहित्य के हुनका सँ बहुत अपेक्षा अछि। अपन लेखनी के माध्यम सँ ओ साहित्य के आओर समृद्ध करताह। वक्तासभ वन प्रमंडल पदाधिकारी, बोकारो के रुप मे हुनक प्रशासनिक कार्यसभक सेहो सराहना कयलनि। ‘साहित्यलोक’क मासिक रचनागोष्ठीक मंद पड़ल गति के निरंतरता देबाक लेल श्री मनीष अरविन्दक सक्रिय सहभागिताक सभ सराहना कयलनि। मिथिला सांस्कृतिक परिषद्, बोकारो के महासचिव हरि मोहन झा अपन उद्गार व्यक्त करैत परिषद्क कार्यक्रमसभ मे हुनक सक्रिय सहभागिताक उल्लेख करैत कहलनि जे प्रशासनिक अधिकारी भेलाक बादो श्री मनीष अरविन्दक सामाजिक सरोकार सभकें प्रभावित कयलक अछि। साहित्यकार कुमार मनीष अरविन्द के एहि अवसर पर पाग-डोपटा व मान-पत्र भेंट कय विदाई देल गेल। वरिष्ठ साहित्यकार दया कान्त झा, विनय कुमार मिश्र, तुला नंद मिश्र, विजय शंकर मल्लिक ‘सुधापति’, उदय कुमार झा, भुटकुन झा, राजीव कंठ, अमन कुमार झा, सुनील मोहन ठाकुर, सतीश चंद्र झा, संजय कुमार झा, आकांक्षा, अश्विनी कुमार अपन उद्गार व्यक्त कयलनि। किछु साहित्यकार श्री मनीष अरविन्द पर केंद्रित अपन रचना सुनाकऽ हुनक व्यक्तित्वक विशेषता पर प्रकाश देलनि तऽ किछु साहित्यकार अन्य विषय पर आधारित रचनाक पाठ कयलनि। श्री मनीष अरविन्द बोकारो मे बिताओल अपन लगभग 4 वर्षक अवधि के यादगार बतबैत कहलनि जे बोकारो अयलाक बाद ‘साहित्यलोक’ सँ जुड़ब सुखद अनुभव रहलनि। साहित्यलोक के रचनागोष्ठी मे स्थापित रचनाकारसभक संगहि नव रचनाकारसभक सहभागिता जाहि तरहें होईत अछि ओहि सँ साहित्यकारसभक उत्साहवर्द्धन होईत अछि आ’ साहित्यिक माहौल के ऊर्जा सेहो भेटैत अछि। ओ उम्मीद जतओलनि जे ‘साहित्यलोक’ भविष्य मे सेहो एहिठामक साहित्यिक माहौल के जीवंत बनओने रहत। धन्यवाद ज्ञापन साहित्यलोकक संयोजक अमन कुमार झा कयलनि।