मैथिली आ मिथिला के विद्वान लोकनि के भले अपन जन्म भूमि पर तेहन मान-सम्मान नहि भेटइन, प्रारंभिक शिक्षा में मैथिली के स्थान नहि भेटै, मुदा विद्वान के विद्वता नुकायल नहि रहैत छै। सचेतवाक समय आबि गेल छै।
नव मिथिला ब्यूरो
हिन्दी, अंग्रेजी आ अपन मातृभाषा मैथिली के चर्चित कवि भास्करानन्द झा "भास्कर" जी के नेल्शन मंडेला पर लिखल गेल कविता के फिलिपिन्स के एकेडमिक पाठयक्रम में शामिल कायल गेल अछि। एहि स नहि केवल अपन राज्य बिहार, मातृभूमि मिथिला, बल्कि पूरा देशक मस्तक गौरव स उठल अछि। भास्कर झाजीक अंग्रेजी कविता ‘नेलशन मंडेलाः द गांधी ऑफ़ साउथ अफ़्रिका’ फ़िलिपिंस के छात्र सब के पढ़ाओल जायत। “ईंगलिश फ़ोड़ द ट्वेन्टी फ़र्स्ट सेन्च्यूरी लर्नर्स” नामक एहि पोथीक प्रकाशन यूनिवर्सिटी प्रेस ऑफ़ एशिया फ़र्स्ट द्वारा कायल गेल अछि । फिलिपिंस के शिक्षा बोर्डक टीम सर्वे आर खोज के दौरान एहि कविता में निहित मूल भाव-प्रवणता एवं सर्वव्यापक लोकप्रियताक तत्व रहबाक कारणे एहि कविताक चयन कयलक अछि । एहि उपलब्धि स समस्त मिथिलावासी टा नहि पूरा देश लेल ई गर्वक बात अछि ।

कोलकातामे हिन्दी, मैथिली एवं अंग्रेजी कविता एवं सामाजिक-सांस्कृतिक संबंधी गतिविधि मे सक्रियता रहैत छनि। बहुत जल्द अंग्रेजी काव्य संग्रह प्रकाशित करताह । एहि स पहिले भास्कर झा के कविता "स्पैटाइन पैशन" एशियन सिग्नेचर केर जर्नल में सम्मिलित छनि।
नव मिथिला के तरफ स बहुत रास शुभकामना।